ये सपने कहाँ से आते हैं ?
बिन मांगे किसी को सुख,
किसी को दुःख दे जाते हैं|
हमारा इनसे है रिश्ता गहरा,
हर सपना साकार हो,
बस यही होती है सबकी इच्छा |
सपनों की कोई कीमत नहीं होती,
ये न सस्ते, न महंगे होते हैं,
जो इन्हें पूरा कर सकें ,
ये बस उनके होते हैं |
सपने सभी के होते हैं,
सपने तो बस अपने होते हैं |
इनसे कभी भी रिश्ता नहीं टूटता,
ये तो बस पलकों पर सजे होते हैं |
एक दिन चलते चलते मुझे,
एक सपना मिल गया,
वह कुछ कहता, उससे
पहले मैं कुछ बैठा |
मैं बोला मेरा भी तुमसे रिश्ता है,
तुम शायद मेरे भी हो,
यह मुझे लगता है |
सपना बोला-
मैं हर उस बीज का हूँ,
जो पौधा बनना चाहता है |
मैं हर उस फूल का हूँ,
जो खिलना चाहता है |
मैं हर उस गरीब का हूँ,
जो अमीर बनना चाहता है |
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