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A Poem written by me:: An ATTEMPT :)
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~!~ यादें ~!~
यादें अक्सर आती हैं ,
यादें अक्सर आती हैं ,
बातें कह कर चली जाती हैं |
यादें एक दिन कहती हैं ;
तुम भी कभी बच्चे थे ,
बातों के बड़े सच्चे थे |
अक्कल के बड़े कच्चे थे ,
पर दिल के बड़े अच्छे थे |
यादें अक्सर आती हैं ,
बातें कह कर चली जाती हैं |
यादें एक दिन कहती हैं ;
तुम भी कभी नादान थे ,
इस दुनिया से अनजान थे |
तुम्हें न कुछ लेना -देना था ,
बस अपने ही बचपन मैं जीना था |
यादें अक्सर आती हैं ,
बातें कह कर चली जाती हैं |
यादें एक दिन कहती हैं ;
तुम्हारे भी कुछ सपने थे .
उड़ना तुम भी चाहते थे ,
पर पंख नहीं मिल पाते थे |
अगर पंख मिल जाते ,
तो तुम भी चिड़िया बन पाते |
यादें अक्सर आती हैं ,
बातें कह कर चली जाती हैं |
यादें एक दिन कहती हैं ;
शुन्य से तुम डरते थे ,
लेकिन लड्डू बड़े अच्छे लगते थे |
गोल गोल तुम घूमते थे ,
जब दोस्तों के साथ खेलते थे |
यादें अक्सर आती हैं ,
बातें कह कर चली जाती हैं |
यादें एक दिन कहती हैं ;
खेल को ही जीवन समझते थे ,
दोस्तों के साथ तुम जब खेलते थे |
समय को ही भूल जाते ,
जब अपने आप को खेल की दुनिया मैं पाते |
यादें एक दिन कहती हैं ;
ABCD मैं तुम अच्छे थे ,
लेकिन अ, आ, ई से डरते थे |
Grammar के तुम चेम्पियन थे ,
पर व्याकरण से दूर भगते थे |
पर व्याकरण से दूर भगते थे |
यादें अक्सर आती हैं,
बातें कह कर चली जाती हैं |
बातें कह कर चली जाती हैं |
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